mere jeevan ka lakshya essay in hindi 100 words
एक लक्ष्य निर्धारित करना और प्राप्त करना मनुष्य के लिए एक नए जीवन की शुरुआत के समान है। बुढ़ापे में भी जब मनुष्य अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेता है तो उसके मन में खुशी का कोई स्थान नहीं होता है। लक्ष्य की सिद्धि बूढ़े आदमी को भी फिर से जीवंत करती है। लक्ष्य को प्राप्त करने के प्रयास में आने वाली कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। कठिनाइयों से पूरी तरह अवगत होने के बाद ही आपको विश्वास और समर्पण के साथ कड़ी मेहनत करनी चाहिए। अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए माता-पिता और गुरुओं की सहायता ले सकते हैं।